भोपाल। अमावनी में ट्रांसपोर्ट नगर का काम पूरा होने के बाद शहर में रोज करीब 100 ट्रकों का प्रवेश बंद होगा। इससे यातायात में सुधार होगा लेकिन ट्रांसपोर्ट नगर का काम अब तक पूरा नहीं हुआ है। व्यापारियों ने जानकारी देते हुए कहा कि अधिकारियों ने तीन-चार महीने पहले कहा था कि 80 प्रतिशत काम पूरा हो गया और अब फिर यही कह रहे हैं। काम पूरे होने की तारीख बढ़ती ही जा रही है। ट्रांसपोर्ट नगर में व्यापारियों को 483 रुपए वर्गफीट के हिसाब से 30 साल के लिए जमीन लीज पर दी जाएगी। वहां 150 वर्गमीटर से लेकर 500 वर्गमीटर के लगभग 100 प्लॉट तैयार हो गए हैं। व्यापारी अपने कारोबार के हिसाब से गोदाम बनाने के लिए अलग-अलग साइज के प्लॉट लीज पर प्राप्त कर सकते हैं।
शहर में हैं छोटे-बड़े लगभग 275 ट्रांसपोर्टर
आपको बता दें कि शहर में छोटे-बड़े लगभग 275 ट्रांसपोर्टर हैं जो ट्रांसपोर्ट नगर में शिफ्ट करने के लिए तैयार हैं। ट्रांसपोर्टर विनीत राठौर ने जानकारी देते हुए कहा कि अभी शहर में दिन के समय नो-एंट्री होने से ट्रक गोदाम तक नहीं आ पाते। सिर्फ रात के वक्त ही काम हो पाता है, पर तब लोडिंग-अनलोडिंग के लिए मजदूर नहीं मिल पाते हैं। पुलिस चालान व ट्रैफिक लगने जैसी अन्य दिक्कतें भी होती हैं। ट्रांसपोर्ट नगर बनने से ये सभी समस्याएं दूर हो जाएंगी, लेकिन ट्रांसपोर्ट नगर का काम तेजी से पूरा ही नहीं हो पा रहा है। राठौर ने आगे कहा कि व्यापारियों को 483 रुपए वर्गफीट के हिसाब से 30 साल के लिए जगह गोदाम बनाने के लिए लीज पर दी जाएगी।
ट्रांसपोर्टर को नहीं बुलाते हैं मीटिंग में
बताया जा रहा है कि ट्रांसपोर्टर को गोदाम बनाने की जगह, सुरक्षा सहित बिजली-पानी की सुविधाएं मिलेंगी तो वहां सभी जाने के लिए रेडी हैं. लेकिन अधिकारी ट्रांसपोर्टर को स्पॉट पर लेकर ही नहीं जाते हैं कि उन्हें वहां क्या सुविधाएं चाहिए और न ही मीटिंग में बुलाते हैं। हर 15-20 दिन में मीटिंग होनी चाहिए, जिसमें ट्रांसपोर्टर को बुलाया जाए। तब ट्रांसपोर्टर नगर का काम रफ्तार पकड़ेगा।