भोपाल. मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव जीतने के लिए बीजेपी की चुनावी रणनीति तैयार है. एक ओर जहां बीजेपी ने 2023 के विधानसभा चुनावों को लेकर स्ट्रेटजी तैयार की है तो वहीं दूसरी ओर 2024 के लोकसभा चुनावों पर भी पार्टी का पूरा फोकस बना हुआ है. भाजपा ने मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में लागू होने जा रहे गुजरात फॉर्मूले को लोकसभा चुनाव में भी अपनाने की रणनीति तैयार की है. जिसके अनुसार कई मौजूदा सांसदों के टिकट काटे जा सकते हैं.
28 लोकसभा सीटें बीजेपी के पास
भाजपा ने लोक सभा चुनाव में अपना 2019 का पिछला प्रदर्शन दोहराने की रणनीति बनाई है. मध्य प्रदेश में कुल 29 लोकसभा सीटें हैं, जिनमें से 28 लोक सभा सांसद बीजेपी से हैं. एक मात्र कांग्रेसी सांसद पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के बेटे नकुलनाथ छिंदवाड़ा से चुनकर आए थे. भाजपा ने 2024 के लोकसभा चुनाव के लिए रणनीति तैयार कर ली है. सूत्रों के अनुसार मध्य प्रदेश में बीजेपी नए और युवा चेहरों को मैदान में उतारने की तैयारी में है. ऐसे में कई मौजूदा विधायकों के टिकट कट सकते हैं. पार्टी अपने लगभग 12 मौजूदा सांसदों के टिकट काट सकती है. जानकारी के मुताबिक कई मौजूदा लोकसभा सांसदों को विधानसभा का चुनाव भी लड़ाया जा सकता है. बढ़ती उम्र के कारण भी एक सांसद का टिकट कटने की संभावना जताई जा रही है. विधानसभा चुनाव में भी यही फार्मूला अपनाया जाएगा.
करीब 60 विधायकों के कट सकते हैं टिकट
मध्यप्रदेश की 230 विधानसभा सीटों पर बीजेपी का चुनावी सर्वेक्षण का काम लगभग पूरा हो चुका है. मौजूदा 127 विधायकों की सीटों पर कई चुनावी सर्वेक्षण कराए जा रहें हैं. सूत्रों के मुताबिक गुजरात फॉर्मूला अपनाते हुए करीब 60 विधायकों का टिकट कट सकता है. एमपी में यह संख्या करीब 50 प्रतिशत हो सकती है. इतनी बड़ी संख्या में एमपी में कभी भी मौजूदा विधायकों के टिकट नहीं काटे गए. बीजेपी विधानसभा चुनाव में 40 प्रतिशत से अधिक अपेक्षाकृत युवा और नए चेहरों को मैदान में उतारने की तैयारी में हैं.