भोपाल। क्या आप भी ऑफिस में 10-12 घंटे बैठकर लगातार काम करते हैं? क्या आप नियमित योगा नहीं करते हैं ? तो हो जाइए सावधान, नहीं तो आपको भी हो सकती है लिवर से जुड़ी परेशानी। वर्ल्ड लिवर डे पर हम आपको लिवर को होने वाली परेशानी के कुछ कारणों के बारे में बताएंगे।
लिवर की परेशानी है? अरे! पीना कम करो, हो सकता है तो बंद कर दो। आज कल ये बातचीत हर घर- ऑफिस का हिस्सा है। ज्यादा शराब पीने से नुकसान तो तय है ही, लेकिन कोराेना और उसके बाद के दिनों में शराब नहीं पीने वालों में भी 25% तक लिवर की बीमारियां बढ़ी हैं।
पेट रोग विशेषज्ञ ने क्या कहा?
प्रदेश के जाने-माने पेट रोग विशेषज्ञ के अनुसार इन मरीजों में अधिकतर कारपोरेट या आईटी में काम करने वाले युवा हैं। इनमें से अधिकतर 10 से 12 घंटे एक जगह पर बैठकर लगातार काम करते हैं। साथ ही इन लोगों ने योग, व्यायाम और वॉक आदि करना भी छोड़ दिया है।
14 वरिष्ठ पेट रोग विशेषज्ञ ने अपने अध्ययन को किया सांझा
भोपाल, इंदौर और ग्वालियर में रोज औसतन 1,000 से अधिक मरीजों को देखने वाले 14 वरिष्ठ पेट रोग विशेषज्ञ ने अपने अध्ययन को सांझा किया है। इस स्टडी के अनुसार अधिक शराब पीने वाले 85% मरीजों को लिवर से जुड़ी बीमारी हो जाती हैं। इनमें से 40 प्रतिशत लोगों का लिवर खराब हो जाता है। सभी इस पर एकमत हैं कि पिछले 3 साल में शराब नहीं पीने वाले और शराब पीने वाले लिवर की बीमारी से ग्रसित मरीजों की संख्या अब करीब सामान हो गई है।
लिवर खराब होने की वजह
आगे विशेषज्ञों ने कहा कि डायबिटीज, मोटापा के साथ-साथ अनियमित दिनचर्या, नियमित आराम न करना और जंक फूड लिवर को सबसे अधिक नुकसान पहुंचाने की वजह में से एक है। ग्वालियर अंचल में 5 साल पहले जहां फैटी लिवर की परेशानी को लेकर 25 से 30 प्रतिशत मरीज आते थे, जो अब बढ़कर 40 से 42 प्रतिशत हो गए हैं। इनमें नॉन एल्कोहलिक मरीजों की संख्या दो से तीन गुना बढ़ गई है।