भोपाल। मध्य प्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान ने महिला सशक्तिकरण की दिशा में लाडली लक्ष्मी और मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना के बाद तीसरी अहम योजना की शुरुआत की है, जिसका नाम मुख्यमंत्री लाडली बहना योजना है. इस योजना के प्रचार प्रसार के लिए एमपी सरकार के मंत्रियों ने अपने ट्विटर डीपी में लाडली बहना योजना की तस्वीर लगाई. लेकिन इसके तुरंत बाद कई मंत्रियों के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ब्लू टिक रिमूब हो गया. इसमें राज्य के गृह मंत्री भी शामिल हैं.
फोटो चेंज करने के बाद हटा ब्लू टिक
लाडली बहना योजना के प्रचार-प्रसार और उसको लेकर अपनी भावनाएं व्यक्त करने के उद्देश्य से मध्य प्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा, चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग, सहकारिता मंत्री अरविंद भदौरिया सहित सीएम शिवराज के ऑफिस के द्वारा ट्विटर एकाउंट पर अपनी मूल डीपी हटाकर लाडली बहना योजना के प्रमोशन वाली डीपी लगा ली गई. इसके बाद सभी के अकाउंट से ब्लू टिक गायब हो गया.
किसे कहते हैं ब्लू टिक?
किसी भी टि्वटर अकाउंट पर ब्लू टिक होने का मतलब उस अकाउंट का ट्विटर द्वारा वेरिफाइड होना होता है. ट्विटर पर वेरिफाइड अकाउंट आम अकाउंट से ज्यादा अहम और खास माना जाता है. डीपी बदलने के बाद ऐसा करने वाले सभी मंत्री ट्विटर के उस नियम के दायरे में आ गए जिसके मुताबिक अगर ब्लू टिक अकाउंट होल्डर अपनी डीपी को बदलता है तो उसका ब्लू टिक टेंपरेरी हटा दिया जाएगा. इसके बाद उसे दोबारा वेरिफिकेशन की प्रक्रिया से गुजरना पड़ेगा और फिर उसको ब्लू टिक मिलेगा.
क्या कहता है ट्वीटर का ये नियम?
बता दें कि ट्विटर के नियम के पीछे मंशा है कि ऐसा करने से उन लोगों पर लगाम लगाई जा सकेगी जो किसी भी विशेष कैंपेन या विरोध में प्रोफाइल फोटो और नाम बदल लेते हैं.