भोपाल. चुनावी साल में शिवराज सरकार विकास पर्व मनाने जा रही है. जिसके जरिए सरकार अपनी उपलब्धियों को सीधे जनता तक पहुंचाएगी. प्रदेश के हर जिले में 16 से 14 अगस्त के बीच विकास पर्व मनाया जाएगा. इस दौरान करीब 2 लाख करोड़ रुपये के नए विकास कार्यों का भूमिपूजन किया जाएगा. इसकी शुरुआत बड़वानी जिले से की जाएगी.
चुनावों से पहले विकास पर्व की योजना
भारतीय जनता पार्टी ने विधानसभा चुनावों से पहले विकास पर्व की योजना बनाई. चुनावी साल में इसे शिवराज सरकार का बड़ा दांव माना जा रहा है. दरअसल विकास पर्व का मकसद है कि पिछले 18 सालों के शासन के दौरान शिवराज सरकार ने जो विकास कार्य किए उनकी याद जनता को दिलाई जाए, साथ ही नए विकास कार्यों को शुरू किया जाए.
सीएम जिलों का करेंगे दौरा
विकास पर्व के दौरान सीएम शिवराज सिंह चौहान प्रदेशभर के जिलों के दौरे पर रहेंगे. वे हर जिले में जाएंगे और वहां विकास कार्यों का लोकार्पण और शिलान्यास होगा. इस दौरान स्थानीय विधायक भी मौजूद रहेंगे. विकास पर्व के दौरान जनसेवा यात्राओं, आम सभाओं और स्थानीय स्तर पर जनता के साथ संवाद के कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे. विकास पर्व का मकसद विकास कार्यों के जरिए सीधे जनता तक पहुंचना है.
विकास पर्व के दौरान होंगे ये काम
बीना रिफायनरी का विस्तार और केन बेतवा लिंक योजना के भूमिपूजन का शिलान्यास
83 सीएम राइज स्कूलों का शुभारंभ
7,245 करोड़ की 15 सिंचाई परियोजनाओं का लोकार्पण
36,348 करोड़ की 13 सिंचाई परियोजनाओं का भूमि पूजन
नव स्वीकृत मेडिकल कॉलेजों का भूमिपूजन
राष्ट्रीय एवं राज्य राजमार्ग एवं सड़क निर्माण के 21900 करोड़ रुपए से अधिक की लागत से 1207 कार्यों का भूमि पूजन
अमृत 2.0 के अंतर्गत शहरी पेयजल परियोजनाओं के 3000 करोड़ रुपए की राशि के कार्य
प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत लगभग 4,00,000 हितग्राहियों का गृह प्रवेश
जल जीवन मिशन के अंतर्गत 28,471 करोड़ की राशि की 15,450 समूह पेयजल परियोजनाओं का भूमि पूजन
10 नवीन महाविद्यालयों का भूमिपूजन.
ये कार्यक्रम भी होंगे आयोजित
विकास पर्व के दौरान अलग-अलग योजनाओं के अंतर्गत हितग्राहियों का सम्मेलन भी आयोजित किया जाएगा. इसमें गरीब कल्याण के अंतर्गत प्रधानमंत्री आवास योजना, मुख्यमंत्री भू अधिकार योजना, दीनदयाल रसोई योजना, मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना, जल जीवन मिशन, स्वामित्व योजना संबल योजना के विभिन्न कार्यक्रम शामिल होंगे. इसके जरिए किसानों से भी जुड़ने की कोशिश की जाएगी. किसान कल्याण के अंतर्गत प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना, मुख्यमंत्री किसान कल्याण योजना, मुख्यमंत्री कृषक ब्याज माफी योजना के कार्यक्रम किए जाएंगे. वहीं महिलाओं के लिए खास महिला सशक्तिकरण, युवा कल्याण रोजगार एवं स्वरोजगार, कमजोर वर्ग कल्याण, शिक्षा, स्वास्थ्य और सुशासन के अंतर्गत विभिन्न कार्यक्रमों के आयोजन किए जाएंगे.