भोपाल। नाबालिग बच्ची के साथ हुए दुष्कर्म कांड के मामले में मुख्य आरोपी भरत सोनी के घर पर बुलडोजर चला दिया गया। बताया जा रहा है कि वह अवैध तरीके से जमीन पर कब्जा करके वहां अपने परिवार के साथ रहता था।
सरकारी जमीन पर था 20 साल से कब्जा
उज्जैन में 12 साल की नाबालिग बच्ची से हुए दुष्कर्म कांड के मामले में बुधवार को मुख्य आरोपी भरत सोनी के अवैध निर्माण पर बुलडोजर चला दिया गया। बताया जा रहा है कि आरोपी ने उज्जैन के नानाखेड़ा क्षेत्र में सरकारी जमीन पर कब्जा कर रखा था। यहां वो अपने माता-पिता और भाई-भाभी के साथ कई सालों से रहता था। बता दें कि इस अवैध मकान में आरोपी ने मंदिर भी बनाया था। भरत सोनी के परिवार ने इस सरकारी जमीन पर लगभग 20 साल से कब्जा कर रखा था। बीते बुधवार को भारी पुलिस बल की मौजूदगी में आरोपी के टीन से बने मकान को बुलडोजर से गिरा दिया गया। बता दें कि नगर निगम की टीम ने मकान गिराकर अवैध कब्जे को खाली कराया। दरअसल आरोपी भरत सोनी सरकारी जमीन पर मकान बनाकर कई साल से यहां रह रहा था।
सीधे गोली मार देना चाहिए – आरोपी के पिता
दुष्कर्म कांड के मुख्य आरोपी भरत सोनी की मां ने कहा कि बेटे ने जो भी किया है, उसकी सजा उसे जरूर मिलना चाहिए। लेकिन मकान तोड़ने की कार्रवाई से हम लोग सड़क पर आ जाएंगे। हम रोज खाने रोज कमाने वाले लोग हैं, हमारे पास इतना रुपया पैसा नहीं है कि हम कोई मकान ले सकें। अगर नगर निगम यह मकान तोड़ भी देता है तो हम यहीं रहेंगे। वहीं दिल दहला देने वाली इस घटना के बाद दुष्कर्म कांड के आरोपी के पिता ने कहा था कि अगर बेटा सच में आरोपी है तो उसे पकड़ना नहीं चाहिए था, सीधे गोली मार देना चाहिए थी। बेटे की जगह मुझसे ऐसा गुनाह होता तो आत्महत्या कर लेता। पुलिस के हाथ भी नहीं आता, आरोपी भरत सोनी के पिता राजू सोनी ने कहा, ऐसा गुनाह जो भी करता है, उसे जीने का अधिकार नहीं है।
अवैध कब्ज़ा हटाने से पहले हुई मुर्तिपूजन
नानाखेड़ा क्षेत्र के महाकाल वाणिज्य केंद्र में स्थित महाकाल मनकामेश्वर मंदिर मां दुर्गा बाल हनुमान मंदिर पर जैसे ही पुलिस और प्रशासन की टीम अतिक्रमण हटाने पहुंची तो यहां सात पुजारियों ने लगी प्रतिमाएं हटाने के पहले इनकी पूजा-अर्चना करने की बात कही। बता दें कि सीएसपी दीपिका शिंदे जब इस बात पर राजी हो गईं तो पंडितों द्वारा विधि-विधान से इन मूर्तियों की पूजा-अर्चना कर इन्हें हटाया गया और पुलिस के वाहनों के माध्यम से ही इन मूर्तियों को अन्य स्थान पर ले जाया गया।
क्या था मामला ?
बता दें कि 25 सितंबर को सतना से शिप्रा एक्सप्रेस में सवार होकर स्कूल में पढ़ने वाली बच्ची उज्जैन लिए आ गई थी। बताया जा रहा है कि जब वह रेलवे स्टेशन पर उतरी तो ड्राइवर भरत सोनी ने बच्ची को अकेला देख अपने ऑटो में बिठा लिया। इसके बाद उसे जीवनखेड़ी इलाके में ले जाकर उसके साथ दुष्कर्म किया। यहीं नहीं दरिंदा उसे बिना कपड़ों के छोड़ कर वहां से भाग गया। इस घटना का वीडियो भी सामने आया था, जिसमें बच्ची पीड़ित हालत में अर्धनग्न अवस्था में घूम रही थी। कुछ दूर चलने के बाद उसकी हालत खराब हो गई थी, जिसके बाद पुलिस को सूचना दी गई और उसे उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया।