भोपाल- खोजी पत्रकारिता और उत्कृष्ट लेखन से ख्याति अर्जित करने वाले राजकुमार केसवानी की स्मृति में सम्मान दिए जाने का फैसला हुआ है। ये सम्मान उनके जन्मदिवस 26 नवंबर को दिया जाएगा। सबसे पहला राजकुमार केसवानी सम्मान डॉ. वर्तिका नंदा को मिलेगा। डॉ. नंदा ने तिनका तिनका प्रिजन रिफॉर्म्स के जरिये जेलों में सुधार के लिए काम किया और जेलों में सुधार की वकालत करती आई हैं।
कैदियों के मानव अधिकारों के काम
डॉ. वर्तिका नंदा ने भारत में कैदियों के मानवीय अधिकारों पर लंबे अरसे तक काम किया है। ‘तिनका तिनका प्रिजन रिफॉर्म्स’ सीरीज के जरिये उन्होंने जेल में सजा काट रहे कैदियों के मुद्दों को सामने लाने का काम किया है। अलंकरण समारोह भोपाल के माधवराव सप्रे समाचार-पत्र संग्रहालय में होगा। जिसमें राजकुमार केसवानी पुरस्कार के तौर पर एक लाख एक रुपये, प्रशस्ति पत्र और स्मृति चिह्न से वर्तिका नंदा को सम्मानित किया जाएगा।
गीतकार और लेखक इरशाद कामिल उपस्तिथ
राजकुमार केसवानी पुरस्कार कार्यक्रम में गीतकार और लेखक इरशाद कामिल और रूमी जाफरी शामिल होंगे। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता अभिनेता राजीव वर्मा करेंगे। संग्रहालय के संस्थापक विजय दत्त श्रीधर ने बताया कि भोपाल गैस त्रासदी से पहले ही उसके खतरों के बारे में तथ्यों के साथ खुलासा करने वाले केसवानी विलक्षण पत्रकार थे। फिल्मी लेखन की विशिष्ट शैली के कारण लाखों पाठक उनके मुरीद थे। प्रिंट और टेलिविजन मीडिया पर उनकी जबरदस्त पकड़ थी। कोरोना महामारी में राजकुमारजी को हमने खो दिया।