भोपाल। मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी की जीत के बाद मुख्यमंत्री कौन होगा इसको लेकर पेंच फंसता हुआ दिखाई दे रहा है। सीएम की कुर्सी के लिए दिल्ली भागदौड़ शुरू हो गई है। माना जा रहा है कि केंन्द्रीय नेतृत्व जल्द सीएम की घोषणा कर सकता है। सूत्रों का का कहना है कि मध्यप्रदेश में यूपी की तर्ज पर दो डिप्टी सीएम बनाए जा सकते है। क्योंकि एमपी में सीएम पद के दावेदार अधिक हो गए हैं।
बन सकते हैं दो डिप्टी सीएम
एमपी में सीएम फेस के लिए कतार लगी हुई है। ऐसे में पार्टीं नेताओं को एडजस्ट करना होगा। आलाकमान किसी भी नेता को नाराज नही करना चाहती इसलिए केंन्द्रीय नेतृत्व अब सीएम के साथ दो डिप्टी सीएम बनाने पर विचार कर रहा है। लिस्ट में सीएम शिवराज, कैलाश विजयवर्गीय, प्रहलाद पटेल, नरेंद्र सिंह तोमर, ज्योतिरादित्य सिंधिया का नाम सामने आया है। इसके अलावा अंदरखाने से खबर है कि प्रदेश के कई वरिष्ठ नेता भी सीएम पद की दावेदारी कर रहे हैं।
गोपाल भार्गव और वी.डी शर्मा रेस मे आगे
वहीं एमपी के सबसे वरिष्ठ 9 बार के विधायक गोपाल भार्गव दिल्ली में डेरा डाले हुए है। गोपाल भार्गव को दिल्ली तलब किया गया था। दिल्ली में गोपाल भार्गव और अमित शाह की बंद कमरे में करीब 1 घंटे तक लंबी चर्चा हुई। सूत्रों का कहना है कि पार्टी गोपाल भार्गव को बड़ी जिम्मेदारी दे सकती है। कयास लगाए जा रहे है कि पार्टी उन्हें डिप्टी सीएम बना सकती है। इसके अलावा प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीडी शर्मा को भी डिप्टी सीएम बनाया जा सकता है, ऐसे में मध्य प्रदेश में प्रहलाद सिंह सीएम हो सकते हैं। नरेंद्र सिंह तोमर को स्पीकर बनाया जा सकता है। हालांकि इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हो पाई है।
आखिरी बार कांग्रेस ने बनाया था डिप्टी सीएम
एमपी में आखिरी बार डिप्टी सीएम कांग्रेस सरकार में बनाया गया था. सुभाष यादव वर्ष 1993 में खरगोन जिले की कसरावद विधानसभा क्षेत्र से निर्वाचित होकर मध्यप्रदेश के उप मुख्यमंत्री बने थे।